भाषा, बोली तथा लिपि | Language, Dialect and Script | UP EXAM GURU
भाषा : मन के विचारों तथा भावों को साझा करने का माध्यम 'भाषा' कहलाता है।
हिंदी व्याकरण में भाषा दो प्रकार के होते है जो निम्न है :
- लिखित भाषा
- मौखिक भाषा
- लिखित भाषा : भाषा का वह रूप जिससे हम अपने मन के विचारों को लिखकर दूसरों तक प्रकट करते है या पहुँचाते हैं, लिखित भाषा कहलाता है। जैसे : ग्रंथ, पत्र, समाचार पत्र, पुस्तक इत्यादि।
- मौखिक भाषा : भाषा का वह रूप जिससे हम अपने मन के विचारों को बोलकर दूसरों तक प्रकट करते है, 'मौखिक भाषा' कहलाता है। जैसे : नाटक, फिल्म, समाचार सुनना इत्यादि।
नोट: सांकेतिक भाषा का अध्ययन हिंदी व्याकरण मैं नहीं किया जाता है।
भाषा के अन्य भेद
- मातृभाषा
- राजभाषा
- मानक भाषा
- मातृभाषा : जिस भाषा का प्रयोग बालक बचपन में अपनी माँ या परिवार के साथ बातचीत में करता है, उसे मातृभाषा कहते हैं।
- राजभाषा : जिस भाषा का प्रयोग देश के सरकारी कामों के लिए किया जाता है, उसे राजभाषा कहते है। हमारी राजभाषा हिंदी है। अंग्रेजी हमारी सह-राजभाषा है।
- मानक भाषा : भाषा में एकरूपता और स्पष्टता लाने के लिए जिस भाषा का प्रयोग किया जाता है, उसे मानक भाषा कहते है।
महत्वपूर्ण जानकारी14 सितम्बर 1949 को भारतीय संविधान ने अनुच्छेद 343 के तहत राजभाषा का दर्जा प्रदान किया । (हिंदी: राजभाषा)